tag:blogger.com,1999:blog-5939773565620732464.post4645701204424557682..comments2023-10-16T19:37:21.478+05:30Comments on कोहरे की चादर : ज़िंदगी : Parul Singhhttp://www.blogger.com/profile/07199096531596565129noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-5939773565620732464.post-38403625815826975952012-06-18T19:16:30.252+05:302012-06-18T19:16:30.252+05:30नीरज जी हिंदी मैं प्रकाशित करना आपके सहयोग से संभव...नीरज जी हिंदी मैं प्रकाशित करना आपके सहयोग से संभव हो पाया है आपका धन्यवाद..Parul Singhhttps://www.blogger.com/profile/07199096531596565129noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5939773565620732464.post-37943617094407203282012-06-12T17:59:55.220+05:302012-06-12T17:59:55.220+05:30सबसे पहले तो हिंदी में पोस्ट करने की बधाई स्वीकारे...सबसे पहले तो हिंदी में पोस्ट करने की बधाई स्वीकारें. <br /><br />"गुस्सा उनका खुद्बाखुद जाहिर कर देता है<br />जैसे प्यार हो गया हो और छुपाए हुए है" <br />बहुत खूब...इन पंक्तियों में बहुत ख़ूबसूरती है...इसके लिए अलग से बधाई...:-))<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.com