"मैं" और "तुम" की
इस लड़ाई में
मेरे पास खोने को
सिर्फ गुलामी है
मैं जीत गई तो
आजादी मिलेगी
और हार गई तो
गुलामी खो दूँगी
पर तुम!
तुमने सोचा है कभी
तुम्हारा क्या क्या लग गया दांव पर.....
पारुल सिंह
इस लड़ाई में
मेरे पास खोने को
सिर्फ गुलामी है
मैं जीत गई तो
आजादी मिलेगी
और हार गई तो
गुलामी खो दूँगी
पर तुम!
तुमने सोचा है कभी
तुम्हारा क्या क्या लग गया दांव पर.....
पारुल सिंह
अच्छी प्रस्तुति...बधाई....
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